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Praveen Gola

Romance

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Praveen Gola

Romance

मिसाल

मिसाल

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तेरे इश्क की मैँ , सबको क्या मिसाल दूँ ,

किसी को अपने इश्क का ,बोलो क्या जवाब दूँ ?

मिसाल ~ ए ~इश्क जो देते ,तो वो इश्क कभी ना होता ,

तेरे इश्क के मैँ खुद को भी ,बोलो कितने हिसाब दूँ ?

इश्क नाम है खुदा का ,ये ईबादात है बंदो की ,

अपने इश्क को तड़पने के ,बोलो कितने घाव दूँ ?

कभी तुम रहे थे प्यासे ,कभी हमारी प्यास थी अधूरी ,

फिर भी अपने इश्क को ,बोलो कितने सलाम दूँ ?

ज़माना इश्क उसी को कहता ,जिसमे मिलन की छाप होती ,

तुम्हारे इश्क को बिना मिले ही ,बोलो क्या मिलने का नाम दूँ ?

मैं हार गई तेरे इश्क की ,अब मिसाल भरते - भरते ,

हर मिसाल से परे है ,बोलो ऐसा ज़वाब दूँ ?



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