प्यार से रेणू इतना रौशन हो जग में तू माहताब सा आए। प्यार से रेणू इतना रौशन हो जग में तू माहताब सा आए।
जब वफ़ा की कतार में आया आईना भी ख़ुमार में आया जब वफ़ा की कतार में आया आईना भी ख़ुमार में आया
क्या भूलें हम क्या याद करें? क्या भूलें हम क्या याद करें?
तुमने जो छोड़े घाव दिलों पर, सागर से ज़्यादा गहरे थे... तुमने समझा निकल पड़े हम लेकिन हम तो ठहरे थे। तुमने जो छोड़े घाव दिलों पर, सागर से ज़्यादा गहरे थे... तुमने समझा निकल पड़े हम ल...
भीगे फूलों के मुख से रिसता बरसता जल, मेरी हृदयकारा पर! भीगे फूलों के मुख से रिसता बरसता जल, मेरी हृदयकारा पर!
गृह में आराम पाते, वह भी तो मैं ही हूँ न पदचाप, शांत संयत, निःश्वास गहरा बिखरा हुआ गृह में आराम पाते, वह भी तो मैं ही हूँ न पदचाप, शांत संयत, निःश्वास गहरा बिखरा ह...