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S Ram Verma

Romance

3  

S Ram Verma

Romance

मैं सिर्फ तुमको चाहूंगा !

मैं सिर्फ तुमको चाहूंगा !

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मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा,

सुख के मौसम में राहत 

भरा स्पर्श बन कर !


मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा,

दुःख के मौसम में हंसी का 

ठहाका बन कर !


मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा,

भरी दुपहरी में तुम्हारे सर 

पर छांव का छाता बन कर !


मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा,

थकन भरे माहौल में तुम्हारे

देह का आरामदेह बिछौना 

बन कर !


मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा,

विरह की वेदना में मिलन

की आस बनकर !     


मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा,

साथ तुम्हारे तुम्हारी ही 

परछाई बन कर !  


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