प्यार दुलार मिलता सब उसे हैं सबका प्यारा व चहिता होता है। प्यार दुलार मिलता सब उसे हैं सबका प्यारा व चहिता होता है।
वो काबिल तो बन गया। वो काबिल तो बन गया।
मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा, विरह की वेदना में मिलन की आस बनकर ! मैं एक सिर्फ तुम को चाहूंगा, विरह की वेदना में मिलन की आस बनकर !
अबॉर्शन करके तब भ्रुणहत्या कर देते हैं। अबॉर्शन करके तब भ्रुणहत्या कर देते हैं।
अल्हड़ जवानी याद आई जो पढ़ के शर्माई वो कसक प्यारी- सी वो छुअन निराली ही अल्हड़ जवानी याद आई जो पढ़ के शर्माई वो कसक प्यारी- सी वो छुअन निराली ह...
कैसा रोना और एक कल्पना के लिए। कैसा रोना और एक कल्पना के लिए।