लाड़ला
लाड़ला
ज़िंदगी की उलझनों से दूर अपने जीवन की डोर को कसकर कर पकड़े,
कहीं दूर जाना चाहती हूं,
अपने जीवन के सबसे अनमोल तोहफ़े को साथ लेकर उड़ना चाहती हूं,
बस जीवन से मैं यही चाहती हूं,
ऊंचे उड़ान भरने को तैयार मैं,
पकड़ अपने लाडले का हाथ मैं
दूर बहुत दूर जाना चाहती हूँ ,
या सच कहूं मैं इस आसमान में उड़ना चाहती हूं,
निर्भीक हो बिना उलझे ,
उलझनों से दूर होना चाहती हूँ
जीवन दूँ उसे मैं ऐसा कुछ ऐसा अच्छा करना चाहती हूं,
मैं मेरे लाडले को खुशबुओं से भरा जीवन देना चाहती हूं।
न रहें वो कभी किसी अधूरे पन में ,
मैं उसके सारे ख्वाब पूरे करना चाहती हूँ , मैं अपने लाडले के लिए जीना चाहती हूं।
खुश रहे तंदुरुस्त रहे बस यही चाहती हूँ,
बस इतना ही नहीं बल्कि उसके साथ रहना चाहती हूं।
कहीं दूर बहुत दूर ऊंचे आसमान में उड़ना चाहती हूं,
सारे रिश्ते झूठ के बस एक तुझेसे मां और बेटे का नाता चाहती हूं।।