नव वर्ष
नव वर्ष
बीती रात पुरानी बात,
बीते सारे किस्से कहानी आज,
भूल जाओ जो अब तक बीता,
अब तक जो भी तुमने सीखा,
नया हो दिन नई हो रात,
निस दिन मांगे यहीं सौगात,
पुराना हो रहा यह साल,
देखो भूल रहा अपनी औकात,
कैसे अच्छे दिन भी देखे,
कुछ आंसू भी हमने पोंछे,
हंसते खेलते करो विदाई
अब आ रही हमें रुलाई,
सुख दुःख, या छूटा हो अपनो का हाथ,
आंसू पोंछ बढ़ा यह साल,
बढ़ा कदम और आगे बढ़,
कुछ नया अब और तू गढ़,
करो आगमन नव वर्ष का,
शुभ मंगल इस हर्ष का,
जय जय जय श्री राम,
मिले नव वर्ष में इनका साथ ,
हर्ष हैं नव वर्ष मंगलमय यह वर्ष।।