जरूरत
जरूरत
नहीं हो सकता नाराज कभी तुम से
जाने यह कैसी मेरी मजबूरी है ?
होती है लड़ाई होते है झगड़े रिश्ते में
मगर हो जाये दूरी यह नहीं जरूरी है
शब्दों का जाल है सारा हम बोलें तो
भला कोई हमारे लिए बोले तो बात बुरी है
जीवन में सबके लिए हो इज्जत
सबके लिए सम्मान जरूरी है
नहीं रह सकता दूर तुम से
जाने कैसी यह मजबूरी है
सांसें तो चल रही है वैसे ही
पर जिंदगी के लिए तू बहुत जरूरी है ।।