वक्त बचा बहुत कम फैला कारोबार है तानों उलाहनों की मची भरमार है वक्त बचा बहुत कम फैला कारोबार है तानों उलाहनों की मची भरमार ...
वो जो उलझन बहुत देर से उलझी थी मेरे मन से। वो जो उलझन बहुत देर से उलझी थी मेरे मन से।
बनों "वृक्ष " से दानवीर खुद भूखा रह फल देता "बादल" से बन जाओ तरल खुद भूखा रह , बरस बनों "वृक्ष " से दानवीर खुद भूखा रह फल देता "बादल" से बन जाओ तरल खुद ...
सब सुलझ जाता हैं जब दर मयखाने होता हूँ। सब सुलझ जाता हैं जब दर मयखाने होता हूँ।
प्रेमी बन प्रेम जाल फैला कर मुझे फँसाया विरह में तेरे मैने विरहनी सा जीवन बिताया। प्रेमी बन प्रेम जाल फैला कर मुझे फँसाया विरह में तेरे मैने विरहनी सा जीवन बि...
इस तरह हम शायद ही निकल पाए भ्रांतियों के जाल से ! इस तरह हम शायद ही निकल पाए भ्रांतियों के जाल से !