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बिमल तिवारी "आत्मबोध"

Drama

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बिमल तिवारी "आत्मबोध"

Drama

मयखाना

मयखाना

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दुनिया उलझनों का

जाल नज़र आता है


सब सुलझ जाता हैं जब

दर मयखाने होता हूँ।


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