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बिमल तिवारी "आत्मबोध"

Romance

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बिमल तिवारी "आत्मबोध"

Romance

चंद शेर

चंद शेर

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हम बजूका लेकर तेरे शहर में आए
लेकर नाव नदी की लहर में आए

 मुहब्बत में मारे घर वाले मुझको
चोरी से जब माशूका के बशर में आए
© आत्मबोध देवरिया 


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