राममय जगत
राममय जगत
राम से इतिहास, भूगोल, देश औ संसार हैं
राम इस धरा पर, प्रत्यक्ष ब्रह्म अवतार हैं
जीव, जगत, ब्रह्मांड कुछ नहीं राम के बिना
ज्ञान विज्ञान ईमान का राम नाम सार हैं
राम में रम जाए तो, नहीं हिंसा फ़साद हैं
राम के बस नाम से मिटता सभी बवाल हैं
एक हैं जहान यह, बस राममय निगाह से
रामनाम हाथ से, होता सबका कल्याण है
गर राम के जो वास्ते काम तनी हो तेरा
गर राम के जो वास्ते धाम तनी हो तेरा
गर राम के जो वास्ते ध्यान तनी हो तेरा
तो राम की कृपा से, नाम सभी होगा तेरा ।।