एक सपने में छुपा क्या- क्या
एक सपने में छुपा क्या- क्या
अधूरे कुछ अरमानों के पूरे होने की कल्पना समाहित एक सपने में,
बीते हुए कल से लेकर आने वाले कल तक का सफर छुपा होता इसमें।
शिकन से लेकर राहत तक का राज़ समेटें सपने,
एक करवट से दूसरी करवट तक का फासला मिटाये सपने।
जन्म हुआ जब मेरी बेटी का तो साकार हुआ सपना मेरा भी,
ज़िन्दगी बन गयी वो मेरी, चुरा के ले गयी वो सबका जी(मन)।
कोमल उसके कर कमलों का स्पर्श, करा गया स्वर्ग का सफर,
शामिल होने से उसके, सुहानी बन गयी जीवन की डगर।
भिन्न-भिन्न शरारतों से उसकी मोहित हो जाता मेरा चित्त, मेरा ये मन,
करतब नए - नए उसके, रंगारंग कर देते ये जीवन।
सपने अभी भी बहुत हैं पलकों तले, छुपे हुए हैं ढेरों अधूरे अरमान अभी भी
काबिल इंसान बन, दे वो इस देश के उत्थान में अनमोल योगदान कभी
सपने से मेरे इस, जुड़ा है सपना संसार का भी,
कि प्रज्वलित करेगा प्रगति की लौ कोई तो, लाभान्वित होंगे जिस से सभी...
