नींद आना
नींद आना
नींद आती है क्यों मुझे इतना
रात में आती, दिन में आती
और तो और सुबह भी आती !
मुझे नहीं मालूम यह मेहनत के कारण आती
या आलस के कारण आती लेकिन
नींद आती है मुझे इतना
जितना किसी को नहीं आती ( शायद ) !
जाने कही कोई बीमारी तो नहीं मुझे
खुद को खुद की ही चिंता सताती
खूब समझाया दिमाग़ को मैंने
कि यह बीमारी नहीं तुम्हारी
बल्कि मौसम का असर है ( आलसपन का मौसम ) !
चेन की नींद में सोना अच्छा लगता है
सारे काम करके सोना अच्छा लगता है
फिर क्या पता बाद में यह सोने का मौका
मिले या न मिले ( ज़िन्दगी के नई पारी में )!
इसीलिए अभी इस नींद का
आनंद उठा लेती हूँ
हमेशा अच्छे सपने तो नहीं लेकिन
कभी कभी बुरे सपने भी अच्छे लगने लगते है !
लिखते लिखते आ गई नींद इतना
चलो चल कर एक झपकी पूरी करते है
आगे नहीं लिखा क्यूंकि
नींद की आगोश में समा गए है!!