बदनाम होते रिश्ते
बदनाम होते रिश्ते
टूट रहे है बिखरते रिश्ते परिवार में
जहाँ आपस में पहले प्यार, सद्भाव की भावना थी
अब खून की रंजिश ने जगह बना ली है
जहाँ पहले सब रिश्तों का सम्मान होता था
अब वह रिश्ते मज़ाक़ बन कर रह गई है
जहाँ पहले भाभी माँ सम्मान होती थी
अब उसी भाभी में अपनी हवस की पूर्ति की इच्छा नज़र आती है
जहाँ जीजा साली का मार्गदर्शक होता था
अब वही साली अपनी बहन का घर तोड़ती नज़र आती है
कहने को तो अब भी है यह रिश्ते
लेकिन उन रिश्तों में प्यार, इज्जत की जगह
अवैध संबंधों ने जगह बना ली है
असल में रिश्तों का मज़ाक़ हमने खुद ही बनाया
उन पर घटिया चुटकुले बनाकर उनको खुद ही
बदनाम कराया
कहने को तो अब भी है यह रिश्ते सारे
लेकिन इन रिश्तों में धोखा, हवस और लालच ने
जगह बनाया
टूट रहे है यह रिश्ते सारे
हमने इन रिश्तों को खुद ही तो बदनाम बनाया !!
