भारत के वीर सपूतों को नमन
भारत के वीर सपूतों को नमन
शहीद वरुण तिवारी को समर्पित
नौ महीने कोख में रख जिस जननी ने तुझको जना।
उस समय उस सदन में, आगमन की खुशियाँ मना।।
धन की तंगी को छिपाकर जनक ने तुमको पढ़ाया
कठिन श्रम संघर्ष में तपकर उसे सार्थक बनाया
अंत में अपने जनक और देश का सिर ऊंचा किया
कर बहन से वायदा, जल्द ही घर आऊँगा
नए सदन का निर्माण कर, तेरे हाथ पीले करूंगा
ले विदा अपने बड़ों से, देश सेवा को तू गया
पूर्ण कर अपना प्रशिक्षण, छत्तीसगढ़ में तैनात खड़ा
ले शपथ इस मातृभूमि की, दन्तेवाडा में अड़ा
पर निठुर नियति से यह न सुख देखा गया
नक्सली विस्फोट में माँ बाप की लाठी गया
कर पिता का ऊंचा मस्तक, छोड़ सबको गमजदा
कर शपथ तू पूर्ण अपना, इस धरा से हुआ विदा।।
धन्य है वो कोख जिसने, वीर पुत्र को जना