प्रतिभा
प्रतिभा
लोगों का कहना है की प्रतिभा ईश्वर प्रदत्त होती है।
माना यह सच भी होगा लेकिन मेहनत क्या व्यर्थ होती है ?
प्रतिभा भले ही ईश्वर प्रदत्त हो
लेकिन परिस्थितियां भी तो कुछ होती है।
यदि परिस्थितियां अनुकूल ना हो तो प्रतिभा कहां व्यक्त होती है ?
ईश्वर की कृति है प्रत्येक इंसान
इसलिए इस दुनिया में सभी है महान।
माता, पिता, गुरु, देश, स्वामी इन सब का यही है एक फर्ज,
पहचाने बालक की प्रतिभा को,
और उसे करने दें उसका मनपसंद काम सहर्ष।
अपने सपने बच्चों पर ना थोपें
बच्चों को कुछ करने से ना रोके।
गलत राह पर बालक ना जाए
संस्कारों को अपनाए,
ख्याल रखें इतना बस लेकिन
प्रतिभा बच्चे की व्यर्थ ना जाए।
यह ख्याल तुम्हें रखना है, ईश्वर प्रदत्त दी गई बच्चे की प्रतिभा को,
आगे बढ़ने की दिशा देना है।
हर बच्चा उपयोगी होगा।
हर बच्चा प्रतिभाशाली होगा
तो खुद ही सोचो इस देश का भविष्य कितना सुंदर होगा ?
