तालिओं से मेरी हौसला , अफ़जाई करेंगे ! कविता मेरी अच्छी लगे तो , वाह-वाह भी करेंगे "!! तालिओं से मेरी हौसला , अफ़जाई करेंगे ! कविता मेरी अच्छी लगे तो , वाह-वाह...
जब चले जाओगे, हमको बहुत याद आओगे। आप भी हमें याद करके बहुत ही पछताओगे। जब चले जाओगे, हमको बहुत याद आओगे। आप भी हमें याद करके बहुत ही पछताओगे।
औरत को झुक कर लोक व्यवहार निभाना पड़ता है। औरत को झुक कर लोक व्यवहार निभाना पड़ता है।
इतनी सी अरदास मेरी, ऐसी ही मोहब्बत बनी रहे! इतनी सी अरदास मेरी, ऐसी ही मोहब्बत बनी रहे!
लेखनी का दीवाना अब हम होश में नहीं रहते हैं। लेखनी का दीवाना अब हम होश में नहीं रहते हैं।
भोर अजान साँझ को घंटे क्या इनकी तकरार लिखूँ या मन का हाहाकार लिखूँ हर तरफ चल रहे गोरख धंध... भोर अजान साँझ को घंटे क्या इनकी तकरार लिखूँ या मन का हाहाकार लिखूँ हर...