आपने उद्गारों को जब तक आपनी लेखनी में न कहोगे मित्रता तब तक अधूरी ही रहेगी ।। आपने उद्गारों को जब तक आपनी लेखनी में न कहोगे मित्रता तब तक अधूरी ही रहेगी ।...
जिसमे भाव न हो, वा कविता नहीं फूट जाये चाहे जब ये वो सरिता नहीं। जिसमे भाव न हो, वा कविता नहीं फूट जाये चाहे जब ये वो सरिता नहीं।
लेखनी का दीवाना अब हम होश में नहीं रहते हैं। लेखनी का दीवाना अब हम होश में नहीं रहते हैं।
मुख सो मेरे उड़ी हँसी मैं आँखियां सों नींद गंवाई राह तकत मोहे बरसों बीते और आँखियां भी पथराई। मुख सो मेरे उड़ी हँसी मैं आँखियां सों नींद गंवाई राह तकत मोहे बरसों बीते और आँखि...
कभी भी इस जीवन में किसी से पीछे नहीं रहना प्रतिस्पर्धा नहीं तो कुछ नहीं सफलता नहीं तो कुछ भी नही... कभी भी इस जीवन में किसी से पीछे नहीं रहना प्रतिस्पर्धा नहीं तो कुछ नहीं सफलत...
कल्पना दीदी के जैसे अंतरिक्ष में जाऊंगी मुझे यकीं है अच्छे-से जीवन में रंग भर पाऊंगी। कल्पना दीदी के जैसे अंतरिक्ष में जाऊंगी मुझे यकीं है अच्छे-से जीवन में ...