आपने उद्गारों को जब तक आपनी लेखनी में न कहोगे मित्रता तब तक अधूरी ही रहेगी ।। आपने उद्गारों को जब तक आपनी लेखनी में न कहोगे मित्रता तब तक अधूरी ही रहेगी ।...
कर्कश ध्वनि में गीत बजे तो, कोई नहीं समझता है ! कर्कश ध्वनि में गीत बजे तो, कोई नहीं समझता है !
बस फिर... विस्मृत हो जाती है अंतर्मन में व्याप्त गीता की सीख, मद में चूर, अनसुनी कर बैठता है अ... बस फिर... विस्मृत हो जाती है अंतर्मन में व्याप्त गीता की सीख, मद में चूर, अन...
यूँ महकती है मित्रत्व पर ज्यूँ मुस्काती जयमाल गले हो। यूँ महकती है मित्रत्व पर ज्यूँ मुस्काती जयमाल गले हो।
अब क्यों करे मृत्यु की फरियाद हुआ वही, आ बैल मुझे मार। अब क्यों करे मृत्यु की फरियाद हुआ वही, आ बैल मुझे मार।
यह वक्त ना ठहरा है ना ठहरेगा कर विश्वास अब उजाला ही फैलेगा। यह वक्त ना ठहरा है ना ठहरेगा कर विश्वास अब उजाला ही फैलेगा।