जीवन का संचार
जीवन का संचार
करना होगा तुझको अपने नव जीवन का संचार
करेंगे सब ह्रदय से तेरा तब सत्कार।
इस जीवन का बना तू अब इक अर्थ
मत कर तू इसको अब ऐसे ही व्यर्थ।
बहुत पी लिये हैं ऑंसू और गम
भर उड़ान नभ में उसको ना कर तू कम।
यह वक्त ना ठहरा है ना ठहरेगा
कर विश्वास अब उजाला ही फैलेगा।
उठ जा अब तू आसमान के चॉंद को छूले
बीत गयी है रात देख कमल दल हैं फूलें।
