I'm Indu and I love to read StoryMirror contents.
Share with friendsमुझ जैसे लोगों के लिये ही आ बैल मुझे मार कहावत बनी है।
Submitted on 08 Nov, 2019 at 13:22 PM
मैंने बिना कुछ सोचे सारे पत्र उठाये और नाव बनाने चल दी बच्चों के लिये।
Submitted on 04 Nov, 2019 at 11:06 AM
फेल होने का इतनी आदत सी हो गयी थी कि रामसिहं सोचता कि क्या कभी मैं भी पास हो पाऊँगा या
Submitted on 31 Oct, 2019 at 09:39 AM