सपना पूरा हो गया
सपना पूरा हो गया
आज सपना पूरा हो गया राधा का,साउथ केंजिगटन के इम्पिरियल कॉलेज में एडमिशन लेना ही तो सपना था उसका। खुशी तो आ गयी सूरज की रोशनी की भॉंति परंतु चिंता के बादल अभी वहीं घूम रहे हैं।
हॉस्टल का कमरा बहुत महँगा है और सब अलग अलग लड़के लड़कियाँ हैं। घर से भी दूर।
पिताजी तो इतना पैसा दे नहीं पायेंगे । इस कॉलेज में पढने के लिये कुछ तो करना ही पड़ेगा । एक साथ कई विचार मस्तिष्क मे आने लगे कि पार्ट टाईम जॉब कर लूं । किसी को साथ रख लूं या हॉस्टल में न रहकर घर से आना-जाना कर लूं। समझ नहीं आ रहा था ।
तभी मॉं जो सदा ऐसी परेशानियों से निकालती हैं। कहते भी हैं ना कि माँ सहेली,एडवाइज़र ,हर चीज का सोलुशन ,सब कुछ होती है।
मॉं ने राधा को कहा कि अपने साथ किसी लड़की को शेयरिंग में रख ले जिससे पैसे आधे हो जायेगें और कार्य करने की शक्ति दुगुनी हो जायेगी। अगर कोई प्रोजेक्ट भी मिलता है तो कम समय में मिल कर जल्दी पूरा भी कर सकती हो। हमेशा कम्पनी मिलती रहेगी। कोई होना भी चाहिये ना खुशी गम बॉंटने के लिये।
बस फिर क्या था तुरंत ही हॉस्टल,कैंपस,कैंटीन सब जगह बोल दिया और आश्चर्य कि दो तीन दिन में ही राधा को एक यूरोपियन लडकी वसलका मिल गई । देरी ना करते हुये राधा और वसलका शिफ्ट हो गये।
वसलका भी कॉफा खुश दिख रही थी ,अपना सामान कमरे में लगाते हुये वहीं राधा हॉस्टल की खिडकी के पास सोच रही थी ,ऐसे ही किसी ने नहीं कहा कि एक और एक ग्यारह होते हैं। उसका गूढ रहस्य आज समझ आ रहा था।
