।।आरजू।।
।।आरजू।।
जब तक जीवन तेरा यह साकार रहे।
हर आरजू दिल की तेरी बरकरार रहे।
न हो खंडित जीवन में कोई काम तेरा।
बरकरार रहे इस जग में सदा नाम तेरा।
न हों घायल कभी मन की उम्मीदें तेरी।
महकें खुशबू से जीवन में यादें तेरी।
मांगने में आपका आरजू का भाव हो।
सुलभ सब चीज हो न कभी अभाव हो।
काम हों सफल सब आरजू की ढाल से।
पूर्ण हो सफ़र जिंदगी का प्यार से।
आरजू और मिन्नतों से काम अपना कीजिए।
सपने जिंदगी के साकार सारे कीजिए।
प्रेम इस समाज का आरजू में निहित है।
स्वार्थ त्याग दीजिए इसी में तेरा हित है।
विश्वास डोर आपकी मजबूत सदा कीजिए।
सुख से यह जिंदगी प्यार से जी लीजिए।
आरजू से प्यार की मजबूत डोर कीजिए।
प्यार से जिंदगी का आनंद खूब लीजिए।
दिल में कभी नफरतें न बहम पालिए।
आरजू के नीर से आग यह बुझाइए।