हाथों की लकीरों में तुझे ढूंढते रहें एक तरफा प्यार का पौधा नहीं लगता। हाथों की लकीरों में तुझे ढूंढते रहें एक तरफा प्यार का पौधा नहीं लगता।
यूँ हीं आपस में गुफ्तगू करते, समेट लेंगे इन हसीन लम्हों को, यूँ हीं आपस में गुफ्तगू करते, समेट लेंगे इन हसीन लम्हों को,
मैं घबरा गया और सबको बटोरा पोटली में बाँध कर ज्यों का त्यों रख दिया मैं घबरा गया और सबको बटोरा पोटली में बाँध कर ज्यों का त्यों रख दिया
क्योंकि हम उन्हें अपना बनाया करते हैं। क्योंकि हम उन्हें अपना बनाया करते हैं।
मेरा हर ख्वाब तेरे बिन बस अधूरा ही रहा इक जहर जिंदगी का सनम पी रहा। मेरा हर ख्वाब तेरे बिन बस अधूरा ही रहा इक जहर जिंदगी का सनम पी रहा।
मिला ना मुकद्दर को इन्साफ तो क्या बिन फेरे हम तेरे। मिला ना मुकद्दर को इन्साफ तो क्या बिन फेरे हम तेरे।