साथ तुम्हारे
साथ तुम्हारे
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फुर्सत के वो लम्हे,
कहीं बैठे होगें हम-तुम,
यूँ हीं आपस में गुफ्तगू करते,
समेट लेंगे इन हसीन लम्हों को,
अपनी पलकों में छुपा लेंगे,
तुम्हारे इस हसीन साथ को
तुम्हारी आरजू,
तुम्हारी जुस्तुजू,
होगें साथ हमारे....!