STORYMIRROR

ज्वारभाटा मित्रों का

ज्वारभाटा मित्रों का

1 min
383


एक होड़ सी मच

गयी है

मित्रता की दौड़ में

किसके पाले में

कितने दोस्त हैं

किसके फेसबुक में

कितने लोग हैं।


लगता है

कोई फिर से

महाभारत युद्ध का

शंखनाद गूंजेगा

अपने पराक्रम

को गणना से

समझायेंगे,


कि 'देखलो

हमारे मित्र कितने हैं !

अब तो हम कुरुक्षेत्र

में पांडव को ललकारेंगे !'

पर हम तो

चाटुकारिता ,झूठी प्रसंशा,

शाबश,विलक्षण इत्यादि

को ही सुनकर

अपनी फौज की

रचना कर रहे हैं।


हृदय पर हाथ रखकर

तुम कहो

भीम के प्रहारों से

क्या बच सकोगे ?

यह मित्रता हमें ज्ञान देता

प्यार का पैगाम देता

आपने उद्गारों को जब तक

आपनी लेखनी में न कहोगे

मित्रता तब तक

अधूरी ही रहेगी ।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract