दुख जल्दी ही आता देर से जाता दुख जल्दी ही आता देर से जाता
जिंदा लाश बन वो नजर आई है।। जिंदा लाश बन वो नजर आई है।।
कभी कोई रहस्यमषी कहानी तो कभी हास्यास्पद कविता,, कभी कोई रहस्यमषी कहानी तो कभी हास्यास्पद कविता,,
फोन उसका छीन कर भागा वह अंधेरी रात में। फोन उसका छीन कर भागा वह अंधेरी रात में।
उनको कोई इस आम सी ज़िंदगी जीने के लिए शाबाशी नहीं देता उनको कोई इस आम सी ज़िंदगी जीने के लिए शाबाशी नहीं देता
खट खट कर उस मोमेंट को कई फ़ोटोज़ में कैप्चर कर लिया था… खट खट कर उस मोमेंट को कई फ़ोटोज़ में कैप्चर कर लिया था…
मानव –दानव बनता जाए , मूक –प्राणी बन चलते रहना । मानव –दानव बनता जाए , मूक –प्राणी बन चलते रहना ।
मालिक शोषण करता जाये, बोल कहां ये पाते है? मालिक शोषण करता जाये, बोल कहां ये पाते है?
इसलिए झूठी सही मल्लिका से मुलाकात लिखो। इसलिए झूठी सही मल्लिका से मुलाकात लिखो।
खुद को समझ पायेंगे और ये भागना सही की और हो जाये. खुद को समझ पायेंगे और ये भागना सही की और हो जाये.
टूटते सपने लावारिस हालतों में बेघर बेसहारा बच्चे टूटते सपने लावारिस हालतों में बेघर बेसहारा बच्चे
अच्छा मिसाइल, हथियार, बम किसने बनाया? वो बात बाद में करेंगे। अच्छा मिसाइल, हथियार, बम किसने बनाया? वो बात बाद में करेंगे।
विनाशकारी अंततः होती स्वार्थ भावना , विनाशकारी अंततः होती स्वार्थ भावना ,
रिश्तों के आधार की, दरक रही है नींव। समय चक्र के खेल में, भटक गए सब जीव।। रिश्तों के आधार की, दरक रही है नींव। समय चक्र के खेल में, भटक गए सब जीव।।
नफ़रत इससे कभी न करना। मरने से भी कभी न डरना।। नफ़रत इससे कभी न करना। मरने से भी कभी न डरना।।
आजादी के पर्व पर, आप करें संकल्प। उन्नति पथ पर देश हो, अंतिम यही विकल्प।। आजादी के पर्व पर, आप करें संकल्प। उन्नति पथ पर देश हो, अंतिम यही विकल्प।।
हर मतभेद को झट से सुलझा दे, वो शांति की राह है हिंदी। हर मतभेद को झट से सुलझा दे, वो शांति की राह है हिंदी।
बस की बात नहीं... ये जान लीजिए ! बस की बात नहीं... ये जान लीजिए !
कपड़े खराब होने की परवाह नहीं हमें तो टिकोरा चाहिए कपड़े खराब होने की परवाह नहीं हमें तो टिकोरा चाहिए
अब मुक्ति पाने को मन करता है! अब मुक्ति पाने को मन करता है!