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सागर जी

Tragedy

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सागर जी

Tragedy

यादों तुम

यादों तुम

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मत आओ यादों तुम,

   आंसू बनकर इन आंखों में ।

बड़ी मुश्किल से संभाला

   है मैंने, तुम्हें इस दिल में ।।

जहां, हर पल का जैसे,

   कोई हिसाब सा रखा है ।

प्रश्न आज हैं मेरे,

   उनका जवाब सा रखा है ।।

कितने सुंदर लम्हे

   जीवन के, व्यतीत हो गये ।

उन्हें याद करता हूं, 

   जो अब अतीत हो गये ।।


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