हाँ बदल गया मेरा वजूद ही तबसे, बदल गयी मेरी दुनिया जबसे। हाँ बदल गया मेरा वजूद ही तबसे, बदल गयी मेरी दुनिया जबसे।
दर्द-ए-दिल रखते है हम हमसफ़र हम भी कहते है ये आपकी अर्ज-ए-दिल्लगी नहीं। दर्द-ए-दिल रखते है हम हमसफ़र हम भी कहते है ये आपकी अर्ज-ए-दिल्लगी नहीं।
गिनते रहे सालों को, और लम्हों को खो बैठे। गिनते रहे सालों को, और लम्हों को खो बैठे।
जबकि कुछ अनकहे रिश्ते रूह की गहराई पा जाते है। जबकि कुछ अनकहे रिश्ते रूह की गहराई पा जाते है।
ये दुनिया है स्वार्थ कि तुम भी स्वार्थी होकर अब जिओ। ये दुनिया है स्वार्थ कि तुम भी स्वार्थी होकर अब जिओ।
जहां बोलना चाहिए वहां कुछ क्यों नहीं बोलता तू तुझ से ज्यादा हमने दुनिया देखी है जहां बोलना चाहिए वहां कुछ क्यों नहीं बोलता तू तुझ से ज्यादा हमने दुनिया ...