जहां बोलना चाहिए वहां कुछ क्यों नहीं बोलता तू तुझ से ज्यादा हमने दुनिया देखी है जहां बोलना चाहिए वहां कुछ क्यों नहीं बोलता तू तुझ से ज्यादा हमने दुनिया ...
साथी तेरा साथ एक बरगद की छाँव सा, मिला मन को मेरे जब से सुकून अब राह के काँटों से है साथी तेरा साथ एक बरगद की छाँव सा, मिला मन को मेरे जब से सुकून अब राह के...
जल की नन्ही नन्ही बूंद और प्यार के मीठे मीठे बोल बने हम.. और हो सके तो तोड़ दें... जल की नन्ही नन्ही बूंद और प्यार के मीठे मीठे बोल बने हम.. और हो सके तो...
आदमी कोई छोटा कोई बड़ा नहीं यहाँ , आदमी कोई छोटा कोई बड़ा नहीं यहाँ ,
मैं ही मैं हूँ हर जगह, माँ प्यार ये तेरा कैसा है? मैं ही मैं हूँ हर जगह, माँ प्यार ये तेरा कैसा है?
एक मज़ाक था ना खेलना पसंद ना लड़ना दूसरों की तरह किताबों में ही शायद उसका पूरा संसार एक मज़ाक था ना खेलना पसंद ना लड़ना दूसरों की तरह किताबों में ही शायद ...