उसका चेहरा निगाहों से जाने ना दिया
उसका चेहरा निगाहों से जाने ना दिया
उसका चेहरा निगाहों से जाने ना दिया।
किसी और को इस दिल में, आने ना दिया।
कभी तो आएगी वो, मिलने किसी बहाने से
दिल ने शम्मा उम्मीद को, बुझने ना दिया
हो गया दूर वो मेरी पलकों से ओझल
पर यादों से दूर उसको, जाने ना दिया।
करके अब इंतजार, उसका थक गयीं आंखें
जहन से अक्स को उसके कभी, मिटने ना दिया।
बन के हमसाया तेरी यादें साथ हैं मेरे
मेरी यादों में किसी को, समाने ना दिया।
में हूँ प्यासा सिर्फ तेरी मोहब्बत का हमदम
किसी नाजनीन को अपनी गली, आने ना दिया।
करूँगा इन्तजार तेरा उमर भर के लिए
रूहे आसमां पर गम की बदली को, छाने ना दिया।
कभी फुर्सत मिले तो आकर देख लेना सनम
घर के भीतर किसी अनजान को, आने ना दिया।
मेरी आँखों के काले धब्बे उसे अच्छे ना लगें
यही सोचकर आँखों को फिर, रोने ना दिया।
ख्वाब में ना आकर वो मुझे रूबरू मिल ले
यही सोचकर रातों जगा, सोने ना दिया ।

