वो खास लम्हा
वो खास लम्हा
वो खास लम्हा है ना बहुत खास,
जिस क्षण आप रहते हमारे साथ।
करते-करते हुए खट्टी-मीठी बातें,
बैठेंगे संग ले एक-दूसरे का हाथ।
आप बनायेंगे हमारे लिए पकौड़े,
हम बनायेंगे अदरक वाली चाय।
बारिश की टप-टप करती बूंदें पड़े,
चलो मिलकर बूंदों में खुद को भिगोएं।
फिर पोंछेंगे तोलिए से एक-दूजे का हैड,
प्यार भरी बातें करनी जैसे करते दो मैड।
फिर ना चाहते हुए भी बिछड़ना भी पड़ेगा,
शादी तक ऐसे मिलते-जुलते रहना होगा।