मैं दिख जाता हूं
मैं दिख जाता हूं
दिल से न लगाओ मुझे,
मैं दिल में उतर जाता हूं,
यूं पलकों में न समाओ मुझे
मैं आईने की तरह लटक जाता हूं !
दूर से ही देखो मुझे,
मैं दिख जाता हूं,
यूं हंसके न दिखाओ मुझे,
मैं तेरी हंसी बन जाता हूं !
ज़माने की नजरों से मत देखो मुझे,
अपनी नजरों का मैं तार बन जाता हूं,
लोग कहते हैं मुझे,
मैं तेरे मन का गिटार बन जाता हूं !
आशिकी नहीं आती मुझे,
ना मैं दिवाना नज़र आता हूं,
फकत ये ज़माना कहता हैं मुझे,
मैं तेरा परवाना नज़र आता हूं !