मैं चांदी की कलम से चांद को लिखता हूं, मैं चंदन हूं सारी जहां में चमक बांटता हूं !!
प्रकृति का पैगाम आपके लिए आएगा आप सा सुंदर जहां कौन बना पाएगा। प्रकृति का पैगाम आपके लिए आएगा आप सा सुंदर जहां कौन बना पाएगा।
सच बताऊँ तो यहीं रहता हैं, ग़रीबी में ख़ुद खुशियां ख़ुशी से रहता हैं ! सच बताऊँ तो यहीं रहता हैं, ग़रीबी में ख़ुद खुशियां ख़ुशी से रहता हैं !
जिसके मुख मुस्कान उमरता है, हर अनहोनी भी दूर भागता है। जिसके मुख मुस्कान उमरता है, हर अनहोनी भी दूर भागता है।
तेरे चेहरे पे जो मुस्कान है, सच जान ये तेरा जहान है। तेरे चेहरे पे जो मुस्कान है, सच जान ये तेरा जहान है।
उत्साह उमेठ कर, पालथी में बैठ जाती हैं, हर जीव में यही जिगर, जी भरके चाहता हूं ! उत्साह उमेठ कर, पालथी में बैठ जाती हैं, हर जीव में यही जिगर, जी भरके चा...
समय ही सतत चलता हैं, समय ही निरंतर पुष्प हैं ! समय ही सतत चलता हैं, समय ही निरंतर पुष्प हैं !
बिगड़े को संवारने लग जाता हैं, बने बनाये को औरों में बांट देता है ! बिगड़े को संवारने लग जाता हैं, बने बनाये को औरों में बांट देता है !
घने कोहरे में, कपट छुपा है, आकाश की ओर देखो धुंध गहरा है ! घने कोहरे में, कपट छुपा है, आकाश की ओर देखो धुंध गहरा है !
अजनबी बनके शहर, तुझे देखा करता हैं क्यों ? अजनबी बनके शहर, तुझे देखा करता हैं क्यों ?
मनचलों की देख भीड़, उनकी भी जवान फ़िसलती हैं ! मनचलों की देख भीड़, उनकी भी जवान फ़िसलती हैं !