मैं चांदी की कलम से चांद को लिखता हूं, मैं चंदन हूं सारी जहां में चमक बांटता हूं !!
🌿✨ हरियाली तीज़ की हार्दिक शुभकामनाएँ ✨🌿<br><br> सावन की ठंडी बयार, झूलों की मधुर झंकार<br>&nbs... 🌿✨ हरियाली तीज़ की हार्दिक शुभकामनाएँ ✨🌿<br><br> सावन की ठंडी बयार, झूलों क...
"जब शहर की हर उलझन का सूत्रधार एक ही हो — तो सोचिए, हल कहाँ मिलेगा?" मेरे शहर की हर अजीबो-गरीब कहान... "जब शहर की हर उलझन का सूत्रधार एक ही हो — तो सोचिए, हल कहाँ मिलेगा?" मेरे शहर क...
मन को सोने का भंडार बनाओ, नफ़रत को त्याग, प्रेम अपनाओ। हर क्षण में नई सुबह संजोओ, अंधेरे में भी दीप... मन को सोने का भंडार बनाओ, नफ़रत को त्याग, प्रेम अपनाओ। हर क्षण में नई सुबह संजोओ...
🌾 कृषक के खेत से जो निकलता है... 🌾 वो सिर्फ़ अन्न नहीं होता, वो उम्मीदें होती हैं, जीवन की डोर होती ... 🌾 कृषक के खेत से जो निकलता है... 🌾 वो सिर्फ़ अन्न नहीं होता, वो उम्मीदें होती है...
"जहाँ अजनबी भी अपनापन दे जाए... <br>वहीं तो मेरा गाँव है, मेरा गर्व है!" <br><br> कभी गाँव की म... "जहाँ अजनबी भी अपनापन दे जाए... <br>वहीं तो मेरा गाँव है, मेरा गर्व है!" <br><br...
आसमां को आज़माने का हुनर तुझे पता है, चाँद को ज़मीं पे लाने का हुनर तुझे पता है। आसमां तो बस आज़ादी... आसमां को आज़माने का हुनर तुझे पता है, चाँद को ज़मीं पे लाने का हुनर तुझे पता है।...
पेड़ों की छांव, नदियों का गीत, हरियाली का सुख, पंछियों की प्रीत। ये धरती माँ का अनुपम उपहार, अब लगती... पेड़ों की छांव, नदियों का गीत, हरियाली का सुख, पंछियों की प्रीत। ये धरती माँ का ...
शब्द नहीं बस जुगनू होते, अंधियारे में दीपक होते। जब जुबां पे सच चमकता है, तब हर अत्याचार थरथराते। शब्द नहीं बस जुगनू होते, अंधियारे में दीपक होते। जब जुबां पे सच चमकता है, तब हर ...
तुम कविता क्यों लिखते हो, क्या कोई टीस है जो शब्दों में उतरती है? या मन के वीराने में कोई अनुभूति रो... तुम कविता क्यों लिखते हो, क्या कोई टीस है जो शब्दों में उतरती है? या मन के वीरान...
हे कविवर, तुमको दुनिया बदलना है राष्ट्रभक्ति के स्वर से नभ को भरना है। नीरव व्यथाओं में ज्योति जलानी... हे कविवर, तुमको दुनिया बदलना है राष्ट्रभक्ति के स्वर से नभ को भरना है। नीरव व्यथ...