अधूरा मिलन
अधूरा मिलन
बात मुश्किल से तेरी समझ में आई,
तुमने की हमसे मोहब्ब्त ये बात छुपाई।
जब भी हमसे मिले यूँ दिखाई रुसवाई,
हम समझ ना सके ये तेरे प्यार की गहराई।
छुपा कर हमसे हमारी तस्वीर चुराई,
यूू सादगी से तुमने मोहब्बत की रस्म निभाई।
आंखों से उतर लबों पर ये दास्तां क्यूूूूू ना आई,
तकदीर नेे हमारी जुदाई की यू बिसात बिछाई।