कैसे गाएं गीत मल्हार
कैसे गाएं गीत मल्हार




मन विरह की वेदना का
होके पंछी करे पुकार
लौट आओ खग मेरे तुम
फीके तुम बिन खिले कल्हार
नैनो में यूं भर के सावन
हम, कैसे गाएं गीत म्लहार...
राह बाटे सूनी आंखे
प्रतीक्षा में कजरे की धार
चूडियों की खनक बिसरी
पायल तो आके लियो सम्हार
नैनो में यूं भर के सावन
हम, कैसे गाएं गीत म्लहार....
विवशता से आकाश झुलसा
हुई राख सी सुन्दर बहार
उद्विग्न तन का कोना कोना
जैसे जले अग्नि जिए तल्हार
नैनो में यूं भर के सावन
हम, कैसे गाएं गीत म्लहार....
नैनो में यूं भर के सावन
हम, कैसे गाएं गीत म्लहार
लौट आओ खग मेरे तुम
बनके जीवन में श्रिंगार!