Vijeta Pandey (sakhii) Infinite dreams and one life.....i am on it
मनुष्यता का संघर्ष काल, आरम्भ तभी हो जाता है मनुष्यता का संघर्ष काल, आरम्भ तभी हो जाता है
नैनो में यूं भर के सावन हम, कैसे गाएं गीत म्लहार! नैनो में यूं भर के सावन हम, कैसे गाएं गीत म्लहार!
जीवन कुछ नहीं देने वाला तू स्वयं ही खुद का भाग्य बना! जीवन कुछ नहीं देने वाला तू स्वयं ही खुद का भाग्य बना!
प्रश्न बूझो मेरे मन के अंदर जो जलते अन्दर ही अंदर। प्रश्न बूझो मेरे मन के अंदर जो जलते अन्दर ही अंदर।
सब सोच के मन भर आता है आज वो बाज़ार बहुत याद आता है सब सोच के मन भर आता है आज वो बाज़ार बहुत याद आता है
रातों को नींद आती भी होगी या बन्द आंखों में जागते होंगे। रातों को नींद आती भी होगी या बन्द आंखों में जागते होंगे।
मध्यमवर्गीय परिवार हूं मैं, जी मिडिल क्लास कहलाता हूं। मध्यमवर्गीय परिवार हूं मैं, जी मिडिल क्लास कहलाता हूं।
पत्थर को गुनाहों का एहसास नहीं होता। पत्थर को गुनाहों का एहसास नहीं होता।
माफीनामा इकरार लिखा आज माँ को मैनें प्यार लिखा। माफीनामा इकरार लिखा आज माँ को मैनें प्यार लिखा।
दिया हुआ दहेज अब वसूल हो रहा पति परदे चादरों को हाथ से है धो रहा दिया हुआ दहेज अब वसूल हो रहा पति परदे चादरों को हाथ से है धो रहा