जीवन का श्रोत है नारी, जीवन से ओत-प्रोत है नारी। जीवन का श्रोत है नारी, जीवन से ओत-प्रोत है नारी।
हालांकि होते हुये न होने की कहानी जितनी दिलचस्प थी। हालांकि होते हुये न होने की कहानी जितनी दिलचस्प थी।
चार पंक्ति सुनाने का चार शब्दों का, बढ़ावा किसी का। चार पंक्ति सुनाने का चार शब्दों का, बढ़ावा किसी का।
मुफ़लिसी जिनका सुफेद मुकद्दर होगा मुफ़लिसी जिनका सुफेद मुकद्दर होगा
मिटती है वो शिकन और लेते हैं वो एक राहत भरी साँस... मिटती है वो शिकन और लेते हैं वो एक राहत भरी साँस...
बस एक मन है जो सिर्फ तेरा ही गुलाम है। बस एक मन है जो सिर्फ तेरा ही गुलाम है।