मेरी ख्वाइश परपानी फेर दिया मेरी ख्वाइश परपानी फेर दिया
अंतिम विदा के वक्त चेहरे पर गूंगापन ही सवार होता है ! अंतिम विदा के वक्त चेहरे पर गूंगापन ही सवार होता है !
सुकून देता है ये खुला सा गगन और जयकार होती है और इक बार फिर 'हर हर महादेव। सुकून देता है ये खुला सा गगन और जयकार होती है और इक बार फिर 'हर हर महादेव।
मिटती है वो शिकन और लेते हैं वो एक राहत भरी साँस... मिटती है वो शिकन और लेते हैं वो एक राहत भरी साँस...
तेरे हुनर के कारण, कायनात झुकेगी तेरी एक अवज़ पे सबकी धड़कनें रुकेगी। तेरे हुनर के कारण, कायनात झुकेगी तेरी एक अवज़ पे सबकी धड़कनें रुकेगी।