सुकून देता है ये खुला सा गगन और जयकार होती है और इक बार फिर 'हर हर महादेव। सुकून देता है ये खुला सा गगन और जयकार होती है और इक बार फिर 'हर हर महादेव।
गंगा घाट है तू मेरा जिस में लगा के डुबकी थाम ली है इश्क़ की कश्ती। गंगा घाट है तू मेरा जिस में लगा के डुबकी थाम ली है इश्क़ की कश्ती।
होलिका दहन अब बंद करो कहती हैं यह होलिका नारी का सम्मान करो। होलिका दहन अब बंद करो कहती हैं यह होलिका नारी का सम्मान करो।