Shilpi Srivastava

Abstract Romance

4  

Shilpi Srivastava

Abstract Romance

उम्मीद

उम्मीद

1 min
29


चलने वालों के ही कदमों के निशान मिलते हैं

चलने से ही रास्ते आसान मिलते हैं


जो पहाड़ों पर चढ़ने की रखते हैं हिम्मत

उन्हीं को ये जहाँ और आसमान मिलते हैं


तस्वीरों को बनाकर भूलने वालों

उन्हें भी रंग का इंतज़ार होता है


जो रंग देते हैं सफेद चित्रों में

उन्हें ही चित्रकारी के ख़िताब मिलते हैं


वैसे तो उम्मीद ही जीने की वजह होती है

पर यही उम्मीद तकलीफ़ का सबब बनती है


ख़ुद से उम्मीद ही विश्वास है इस जमाने का

वही दूसरों से उम्मीद ही दर्द बढ़ा देती है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract