बलात्कार क्या है?
बलात्कार क्या है?
क्या केवल शारीरिक शोषण ही बलात्कार है?
या मानसिक यंत्रणा भी इसी का व्यापार है?
क्या यह केवल महिला का ही होता है?
या मिथ्या आरोप सहने वाला पुरुष भी इसका शिकार है?
क्या इसका विरोध अनुचित है?
या सहन करके चुप रहना ही उचित है?
क्या बलात्कारी केवल वही है जो आरोप लगाता है?
या साथ देने वाला भी इसी श्रेणी में आता है?
क्या इस तरह के शोषण की भी कोई सजा निर्धारित है?
या यह सब कुछ प्रकृति के न्याय पर आधारित है?