मां के नाम पत्र
मां के नाम पत्र
मां तुम बहुत याद आती हो ,
अब मेरे सुबह 5:00 बजे ही हो जाती हैं,
और रात 12:00 बज जाते हैं,
तब मां तुम बहुत याद आती हो...!!!!
सबको गरम गरम खाना परोस देती हूं,
और खुद ठंडा ही खा लेती हूं,
तब मां तुम मुझे बहुत याद आती हो...!!!!!
जब कोई बीमार पड़ता है,
तो एक पैर पर उसकी सेवा में लग जाती हूं,
और जब मैं पढ़ती हूं तो,
खुद ही अपनी सेवा कर लेती हूं ,
तब मां तुम मुझे बहुत याद आती हो...!!!!
जब रात में सब सोते हैं तो मैं ,
बच्चों और पति को चादर उड़ाना नहीं भूलती,
और खुद को कोई चादर उड़ाने वाला नहीं होता,
तब मां तुम मुझे बहुत याद आती हो....!!!!
सब की जरूरत पूरी करते-करते,
खुद को भूल जाती हूं,
और खुद से मिलने वाला कोई नहीं,
तब मां तुम मुझे बहुत याद आती हो....!!!!
यह कहानी हर लड़की के है शायद
शादी के बाद हो जाते होंगी कहने,
को तो हर आदमी शादी से पहले कहता है,
मां की याद तुम्हें आने ना दूंगा ,
फिर क्यो मां तुम बहुत याद आती हो.....!