तुम यूं ना
तुम यूं ना
तुम यूं ना हंसा करो
मेरी जान निकल जाती है
तुम यूं ना पलकें झुकाया करो
ये तीर चला जाती हैं
तुम्हें यूं ना जुल्फें लहराया करो
ये दिल को डगमगा जाती है
तुम यूं ना नखरे दिखाया करो
ये प्यार सिखा जाती है
तुम यूं ना इशारों में बुलाया करो
ये दिल को पिघला जाती हैं
तुम यूं ना हर बार सताया करो
ये रूठना सिखा जाती हैं
तुम यूं ना रूठा करो
ये मुझे मजबूर बनातीं हैं
तुम यूं ना दीवाना बनाया क्यों
ये दिल को बहका जाती हैं
तुम यूं ना बातें बनाया करो
ये बात बना जाती हैं