दिल मजबूर रूठा सताया इशारों बनाया हिन्दी कविता जीवन दुनिया देश भारत कदम सराहा हिंदी कविता साया सा हर पल तू लहराया ही होगा कहीं! क्यों आज ज़माने भर में तेरा अक्स ढूंढता है?

Hindi लहराया Poems