तेरी यादों की बारिश
तेरी यादों की बारिश
तेरी यादों की बारिश ने
भिगोया रात भर मुझको,
ना सोई एक पल आंखें
सुबह तक वो भी बरसी थीं।
वो लम्हें साथ हमने जो
बिताए थे कभी मिलकर,
वो लम्हें लौट आने को
निगाहें फिर से तरसी थीं।
हमें मिलना नहीं था फिर भी
मिलने की है ख्वाहिश क्यों,
जुदा हो जाएं हम दोनों
हमारी ख़ुद की मर्ज़ी थी।

