Antariksha Saha
Classics Inspirational
जिसके मन मे राम बसें
ऊंचा ना नीचा कोई
सबरी से झूटन खा गए
ऐसी प्रीत सभी से होई।
अपना हाल
जोग
आज सितारे बेश...
भूल चुका है त...
बस यही है जो ...
तुम
नश्वर
लिखता रहता हू...
जड़
जाम
इनके वासना लिप्त दिल, तुम्हें निर्वस्त्र ही देखेंगे। तुम्हें निर्वस्त्र ही देखेंगे। इनके वासना लिप्त दिल, तुम्हें निर्वस्त्र ही देखेंगे। तुम्हें निर्वस्त्र ही देखें...
मत डर ज़िन्दगी है हर मुश्किलों का सामना तो कर। मत डर ज़िन्दगी है हर मुश्किलों का सामना तो कर।
उस मंज़र पे रूकेगा नवसूरज की धूप को चूमते हौले-हौले विश्व का रथ भी चलेगा। उस मंज़र पे रूकेगा नवसूरज की धूप को चूमते हौले-हौले विश्व का रथ भी चलेगा।
जी करता, मन बसता, छोड़ के सारे काम हमारे, बस जाऊँ मैं नदी किनारे। जी करता, मन बसता, छोड़ के सारे काम हमारे, बस जाऊँ मैं नदी किनारे।
सफलता की तलाश करना मानवीय प्रवृत्ति है। सफलता की तलाश करना मानवीय प्रवृत्ति है।
श्रीरामचंद्र अति कृपालु,दया की मूरत, बड़े दयालु । श्रीरामचंद्र अति कृपालु,दया की मूरत, बड़े दयालु ।
घोंट देती हैं अपनी बेटियों के ख्वाहिशों का गला बड़ी बेदर्दी से। घोंट देती हैं अपनी बेटियों के ख्वाहिशों का गला बड़ी बेदर्दी से।
सृष्टि और दृष्टि लिये स्वाभिमान के डगर की तलाश है। सृष्टि और दृष्टि लिये स्वाभिमान के डगर की तलाश है।
करें गणेश देव वंदन जनवरी माह अभिनंदन। करें गणेश देव वंदन जनवरी माह अभिनंदन।
और सपने सच होते हुए नजर आते हैं, नजर आते हैं, नजर आते हैं.......। और सपने सच होते हुए नजर आते हैं, नजर आते हैं, नजर आते हैं.......।
उस धर्म के बुद्धिजीवी वर्ग का हैं। धर्म के साथ कर्म का भी वर्ग है। उस धर्म के बुद्धिजीवी वर्ग का हैं। धर्म के साथ कर्म का भी वर्ग है।
पछताओगे, पछताओगे, पछताते ही रह जाओगे "उल्लास” चुना यदि अपराधी, कैसे उस को सह पाओगे। पछताओगे, पछताओगे, पछताते ही रह जाओगे "उल्लास” चुना यदि अपराधी, कैसे उस को ...
वक्त ही नहीं अब किसी से मौज मस्ती करने का, ये महफिले अब पहले की तरह सजती नहीं। वक्त ही नहीं अब किसी से मौज मस्ती करने का, ये महफिले अब पहले की तरह सजती नहीं...
पर कुछ लोगों को करना है अपनी मनमानी, जैसे फूंक से उड़ाना है, पल दो पल की ज़िन्दगी ! पर कुछ लोगों को करना है अपनी मनमानी, जैसे फूंक से उड़ाना है, पल दो पल की ज़िन...
बड़े -बड़े ख्वाबों में सिसकती है जिन्दगी। सांसें है संगीत तो सरगम है जिंदगी बड़े -बड़े ख्वाबों में सिसकती है जिन्दगी। सांसें है संगीत तो सरगम है जिंदगी
क्या यही हिन्दुस्तान, ये कहाँ आ गए हम। क्या यही हिन्दुस्तान, ये कहाँ आ गए हम।
मासूम चेहरा लिए अक्सर झूठ बोल जाती है वो, उसकी यही अदा मुझे अच्छी लगा करती है। मासूम चेहरा लिए अक्सर झूठ बोल जाती है वो, उसकी यही अदा मुझे अच्छी लगा करती ह...
नवांकुरों में नित्य राष्ट्रभक्ति का प्रसार हो। नवांकुरों में नित्य राष्ट्रभक्ति का प्रसार हो।
तो मिल ही जायेगी वो तुम्हें, बस इतनी सी बात पे मरने जा रहे हो। तो मिल ही जायेगी वो तुम्हें, बस इतनी सी बात पे मरने जा रहे हो।
अदब से अपनी मोहब्बत पर गर्व करता देखे। अदब से अपनी मोहब्बत पर गर्व करता देखे।