मैं चित्रा चेलानी , एक गृहिणी हूँ। मेरी शैक्षणिक योग्यता M.C.A. (Master in Computer Applications) है। हिंदी भाषा से मुझे विशेष प्रेम है। हिंदी कविताएँ पढ़ने में हमेशा से रुचि रही है व पिछले कुछ समय से लिखना प्रारंभ किया है। 🙏
आज भी याद है उन्हें कि नए दफ्तर में पहले दिन वही ब्राउन स्वेटर पहन कर गए थे। आज भी याद है उन्हें कि नए दफ्तर में पहले दिन वही ब्राउन स्वेटर पहन कर गए थे।
ज़िंदगी की शाम तले उम्र का सूरज ढ़ले, तमस घिरी रात की भोर अभी बाकी है। ज़िंदगी की शाम तले उम्र का सूरज ढ़ले, तमस घिरी रात की भोर अभी बाकी है।
"देखो मिलिंद, मैं कहे देती हूँ, आज तो तुम्हें मुझ पर कविता लिखनी ही होगी । "देखो मिलिंद, मैं कहे देती हूँ, आज तो तुम्हें मुझ पर कविता लिखनी ही होगी ।
अगर वो कुछ अलग है, आखिर है तो इक सितारा ही... जगमगाएगा ज़रूर। अगर वो कुछ अलग है, आखिर है तो इक सितारा ही... जगमगाएगा ज़रूर।
कुछ देर को ही सही, मगर हर बार आता है... हाँ, मेरे हिस्से भी " थोड़ा सा इतवार "आता है। कुछ देर को ही सही, मगर हर बार आता है... हाँ, मेरे हिस्से भी " थोड़ा सा इतवार ...
संवाद जो भरा था आकांक्षाओं से, जीवन दर्शन से और प्रेम से संवाद जो भरा था आकांक्षाओं से, जीवन दर्शन से और प्रेम से