मुझे शायरी लिखने और बोलने का जुनून है। मैंने बहुत से कवि सम्मेलन और ओपन 🎤 में अपनी प्रस्तुति दी हुई है। मेरे पसंदीदा शायर तहज़ीब हाफी सहाब, डा. कुमार विश्वास हैं..
सच कहता हूँ तब हे प्रिय मुझे याद तुम्हारी आती है। सच कहता हूँ तब हे प्रिय मुझे याद तुम्हारी आती है।
देखो आया फिर मोहब्बत का त्योहार है, दिल को तेरा 'इन्तज़ार' है.. देखो आया फिर मोहब्बत का त्योहार है, दिल को तेरा 'इन्तज़ार' है..
एक हम थे एक छिक आने पर भी उसे शहर के सबसे बड़े हकीम को दिखाया था.. एक हम थे एक छिक आने पर भी उसे शहर के सबसे बड़े हकीम को दिखाया था..
खामोश समुद्र कि लहर कि तरह अभी ठहरा हूँ खामोश समुद्र कि लहर कि तरह अभी ठहरा हूँ
ये बात मैं इतरा कर कहता हूं, हाँ गर्व है मुझे ' मैं हिन्दुस्तान मे रहता हूँ। ये बात मैं इतरा कर कहता हूं, हाँ गर्व है मुझे ' मैं हिन्दुस्तान मे रहता हूँ।
सच सच बताना अब इन हाथों में सिगरेट देख पाओगी सच सच बताना अब इन हाथों में सिगरेट देख पाओगी